यही ख़्याल ख़्याल न होकर रूबरू कुछ कह देता। यही ख़्याल ख़्याल न होकर रूबरू कुछ कह देता।
तीन रंगों को, दर्शाता है। तीन रंगों को, दर्शाता है।
मेरी कलम में स्याही नहीं रौशनाई है। मेरी कलम में स्याही नहीं रौशनाई है।
केशरिया में वीरों का बलिदान भरा है। केशरिया में वीरों का बलिदान भरा है।
ये चित्र भी विचित्र है, ये दिखा रहा चरित्र है। ये चित्र भी विचित्र है, ये दिखा रहा चरित्र है।